"नारी-मन के प्रतिपल बदलते भाव
जिसमें जीवन के सभी रस हैं। " मीनाक्षी
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रविवार, 2 दिसंबर 2007
पाँव बने ममता भरे हाथ !!
दोनों हाथ खोकर भी हिम्मत न हारने वाली लड़की ने विवाह ही नहीं किया बल्कि माँ बनकर यह भी दिखा दिया कि जहाँ चाह है , वहाँ राह भी निकल आती है. साफ सुथरे पैर जो हाथ बने हैं , उनका हुनर आप स्वयं देखिए...
4 टिप्पणियां:
जिसके पास हिम्मत होती है खुदा भी उसी का साथ देता है… बहुत बढ़िया प्रस्तुति।
दी,बहुत रोमांचित करने वाली ्प्रस्तुति,साथ ही लाज भी आ रही है कि कैसे घड़ी घड़ी सेवको पर आश्रित रहते हैं हम दो हांथों वाले जीव
बहुत बढ़िया !!
उसके हुनर को देखकर सचमुच बहुत अच्छा लगा ।
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